दोस्ती इम्तिहान नहीं विश्वास चाहती है ,
नज़र कुछ और नहीं बस दोस्त का दीदार चाहती है ,
ज़िंदगी अपने लिए कुछ भी नहीं ,
पर दोस्तों के लिए दुआ हज़ार मांगती है!
दोस्ती इम्तिहान नहीं विश्वास चाहती है ,
नज़र कुछ और नहीं बस दोस्त का दीदार चाहती है ,
ज़िंदगी अपने लिए कुछ भी नहीं ,
पर दोस्तों के लिए दुआ हज़ार मांगती है!