सुप्रभात जय श्री शनि देव,
मुट्ठी बांधे जन्म लिया, हाथ पसारे जाना है,
इस धरा का, इस धरा पर ही, सब धरा रह जाना है,
श्री शनिदेव जी की कृपा और आशीर्वाद से,
आपके सभी मनोरथ सिद्ध हो,
सुप्रभात शनिवार।
सुप्रभात जय श्री शनि देव,
मुट्ठी बांधे जन्म लिया, हाथ पसारे जाना है,
इस धरा का, इस धरा पर ही, सब धरा रह जाना है,
श्री शनिदेव जी की कृपा और आशीर्वाद से,
आपके सभी मनोरथ सिद्ध हो,
सुप्रभात शनिवार।