इंसान की खामोशी ही काफ़ी है, 😞😢
ये बताने के लिये की वो अंदर से टूट चुका है।, 😣
इंसान की खामोशी ही काफ़ी है, 😞😢
ये बताने के लिये की वो अंदर से टूट चुका है।, 😣
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