मुझको क्या हक मैं किसी को मतलबी कहूँ, 😡😶💔
मैं खुद ही खुदा को मुसीबत में याद करता हूँ, 😠
मुझको क्या हक मैं किसी को मतलबी कहूँ, 😡😶💔
मैं खुद ही खुदा को मुसीबत में याद करता हूँ, 😠
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