Shayari Town
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मैं दिनभर ना जाने कितने, 💌😔😞चेहरो से रुबरू होता हूँ, 🥺पर पता नही रात को ख्याल, 💔💌😢सिर्फ़ “उनका” ही क्यो आता है।, 😢😢
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