उम्मीदों का फटा पैरहन ,
रोज़-रोज़ सिलना पड़ता है ,
तुम से मिलने की कोशिश में ,
किस-किस से मिलना पड़ता है!
उम्मीदों का फटा पैरहन ,
रोज़-रोज़ सिलना पड़ता है ,
तुम से मिलने की कोशिश में ,
किस-किस से मिलना पड़ता है!
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