खोटा सिक्का जो समझते थे मुझे ,
आज मैं उनका ध्यान तोड़ आया हूँ ,
जिंदगी की राहों में सफ़र लम्बा था मेरा इसलिए ,
क़दमों के निशान छोड़ आया हूँ!
खोटा सिक्का जो समझते थे मुझे ,
आज मैं उनका ध्यान तोड़ आया हूँ ,
जिंदगी की राहों में सफ़र लम्बा था मेरा इसलिए ,
क़दमों के निशान छोड़ आया हूँ!
Advertisement
Notifications