जब थी वो पास तो कभी कद्र ना की,
अब यादें जीने नहीं देती,
और जब बिछड़ गए तो पाने के लिए,
माथा टेका दिल ने मंदिर मजार नहीं देखी।,
जब थी वो पास तो कभी कद्र ना की,
अब यादें जीने नहीं देती,
और जब बिछड़ गए तो पाने के लिए,
माथा टेका दिल ने मंदिर मजार नहीं देखी।,