जो तुम्हारी क़दर नहीं करता तुम,
उसकी उअर भी जायदा क़दर करो,
क्यू के ज़िन्दगी के किसी भी,
मोड़ पर उससे तुम्हारी क़दर का एहसास ज़रूर होगा।,
जो तुम्हारी क़दर नहीं करता तुम,
उसकी उअर भी जायदा क़दर करो,
क्यू के ज़िन्दगी के किसी भी,
मोड़ पर उससे तुम्हारी क़दर का एहसास ज़रूर होगा।,