तुम्हारे हर रोज के, 😼
नये नये नखरों के हैरान था, 💘
आज उन्हीं यादों से परेशान सा हूं, 📜
तुम्हारे हर रोज के, 😼
नये नये नखरों के हैरान था, 💘
आज उन्हीं यादों से परेशान सा हूं, 📜
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